डॉ उमेश पुरी 'ज्ञानेश्वर''मेरा मानना है कि जीवन का हर पल कुछ कहता है जिसने उस पल को पकड़ कर सार्थक बना लिया उसी ने उसे जी लिया। जीवन की सार्थकता उसे जी लेने में है। सार्थकता सदैव जीवन में रचनात्मकता लाती है और आप जीवन में कुछ विशेष करते हैं जो आपको दूसरों से अलग करता है।' ArchivesCategories |